आखिर कब तक रहेगा
कायम जंगल राज
क्या इसी तरह बिछती रहेगी
लाशो पे लाश
कब तक मूकदर्शक बनकर
देखते रहेगे हम
और खबरों में पढते रहेगे
इन घटनावो के पीछे
छुपा है क्या राज ?
देश की बागडोर है जिनके हाथ
वो हो गए है बे-आवाज
सततालोलुप सोच रहे
किसी तरह बची रहे अपनी सत्ता
और चलता रहे अपना राज
कोई कहता ये लोग (नक्सली)
देश की आंतरिक सुराछा के लिए बड़ा खतरा है
कोई कहता ,देश की आंतरिक सुराछा देखना नहीं मेरा काम
मेरे सर पे है और कई कामकाज
आखिर कब , सत्तालोलुपो
तेरी मरी आत्मा जागेगी
आयेगी तुममे थोड़ी लाज
पुरको की क़ुरबानी की
कुछ तो रख लो लाज
खुद से ही प्रश्न पूछो
क्या देश बड़ा या ताज
क्या खोखले देश का कभी
हो पायेगा विकास
आवाज भी निकले तो
सिर्फ न निंदा करो
न दो आदेश सिर्फ जाच
कुछ काम करो ,जो
देश की जनता को आये कुछ रास
आखिर कब तक रहेगा
कायम जंगल राज
लिखने वाला आर .वीवेक
-मेल-विवेक२१७@जीमेल.com
Saturday, May 29, 2010
Saturday, May 22, 2010
BAALSHRAM
बचपन तो निर्दोष हैं
तो बचचो का क्या दोष हैं
इनके भविष्य की नैय्या
किस ओर हैं
इनके माता पिता को नहीं
इनका कोई होश हैं
सब अपने ही में मदहोश हैं
बचपन तो निर्दोष हैं
जिन हाथो में होना हो
कलम और किताब को
उन हाथो में परिवार
चलाने का बोझ हैं
प्रति-दिन न जाने
कितनो का शोषण होता हैं
फिर भी शासन -प्रशासन को
इनका नहीं कोई होश हैं
बचपन तो निर्दोष हैं
तो बचचो का क्या दोष हैं
मासूमअपने जन्म पर रोते हैं
बदहाली में अपना भविष्य खोते हैं
दहसत के साये में सोते हैं
कई अमानाविये घटनाये उनके
संग होते हैं
इस बात का ,न किसी को कोई अफ़सोस है
न कोई कदम बद रहा ,इनकी और है
बचपन तो निर्दोष हैं
तो बच्चो का क्या दोष हैं
लिखने वाला -आर.विवेक
इ-मेल -विवेक२१७४@जीमेल.com
तो बचचो का क्या दोष हैं
इनके भविष्य की नैय्या
किस ओर हैं
इनके माता पिता को नहीं
इनका कोई होश हैं
सब अपने ही में मदहोश हैं
बचपन तो निर्दोष हैं
जिन हाथो में होना हो
कलम और किताब को
उन हाथो में परिवार
चलाने का बोझ हैं
प्रति-दिन न जाने
कितनो का शोषण होता हैं
फिर भी शासन -प्रशासन को
इनका नहीं कोई होश हैं
बचपन तो निर्दोष हैं
तो बचचो का क्या दोष हैं
मासूमअपने जन्म पर रोते हैं
बदहाली में अपना भविष्य खोते हैं
दहसत के साये में सोते हैं
कई अमानाविये घटनाये उनके
संग होते हैं
इस बात का ,न किसी को कोई अफ़सोस है
न कोई कदम बद रहा ,इनकी और है
बचपन तो निर्दोष हैं
तो बच्चो का क्या दोष हैं
लिखने वाला -आर.विवेक
इ-मेल -विवेक२१७४@जीमेल.com
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